प्रख्यात शायर राहत इंदौरी सहाब का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया वह कोरोना के लक्षणों से भी ग्रसित थे 1जनवरी 1950 को इंदौर में जन्मे राहत कुरैशी उर्फ राहत इंदौरी ने अपनी शायरी का लोहा पूरी दुनिया से मनवाया
राहत इंदौरी सहाब ने आज ही अपने ट्विटर हैंडल से ट्विट कर अपने कोरोना संक्रमण की जानकारी अपने चाहने वालों के साथ साझा की थी
राहत इंदौरी सहाब ने शायरी के साथ ही मुन्ना भाई एमबीबीएस ,मिशन कश्मीर,खुद्दार ,घातक,मर्डर,इश्क जैसी फिल्मों के गाने भी लिखे जिनमें एम बोले तो ,दिल को हजार बार रोका टोका रोका ,तुमसा हंसी प्यारा कोई मासूम नहीं है जैसे हर दिल अजीज गाने भी शामिल हैं
राहत इंदौरी सहाब ने मुशायरों की महफिलों को एक नयी बुलंदी तक पहुंचाया वह कपिल शर्मा शो में भी शिरकत कर चुके हैं साहित्य आजतक व रेख्ता में उनके प्रोग्राम लाखों लोगों के दिलों में शायरी पैदा कर चुके हैं
राहत सहाब उर्दू के प्रोफेसर भी थे उनका यूं वेवक्त दुनिया से चले जाना उर्दू अदब , साहित्य ,शायरी और हिन्दुस्तान का बहुत बड़ा नुक़सान है जिसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता !